मुलेठी के फायदे | Mulethi ke Fayde in hindi

क्या आपने कभी सोचा है कि वो गायक जिनकी सुरीली आवाज़ सुनकर हम मंत्रमुग्ध हो जाते हैं, अपनी आवाज़ की सुरक्षा के लिए क्या करते हैं?

गायकी में आवाज़ की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। लगातार और उच्च पिच में गाने से गले में समस्या हो सकती है। इसका एक प्राकृतिक उपाय है मुलेठी, जो न केवल आवाज़ को सुरक्षित और मधुर बनाती है,इसी कारण, अनेक प्रसिद्ध गायक और कला प्रेमियों ने मुलेठी को अपने दैनिक जीवन में शामिल किया है।

मुलेठी के फायदे यहीं तक सीमित नहीं हैं। आइए जानते हैं कि कैसे यह छोटी सी जड़ी-बूटी कई और रोगों में फायदा पहुंचाती है, और हमारे स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है।

मुलेठी भारत की आयुर्वेदिक परंपरा में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। इसके औषधीय गुणों की वजह से इसे आजकल हर्बल उत्पादों  और सौंदर्य प्रसाधन सामग्रियों में भी इस्तेमाल किया जा रहा है।

मुलेठी | Mulethi

मुलेठी, जिसे वैज्ञानिक भाषा में (botanical name) ‘Glycyrrhiza glabra‘ कहा जाता है, एक औषधीय पौधा है जिसकी जड़ का उपयोग विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के लिए किया जाता है। इसकी जड़ें लंबी और लकड़ी जैसी होती हैं, जिनका बाहरी भाग भूरा और अंदरूनी भाग गहरा पीला रंग का होता है। मुलेठी की जड़ को सुखाकर इस्तेमाल किया जाता है, और जब इसे चबाया जाता है, तो यह मीठा स्वाद प्रदान करती है। इसी मीठे स्वाद के कारण इसे अंग्रेजी में ‘Licorice’ यानी ‘मीठी जड़‘ कहा जाता है।

आयुर्वेद के अनुसार, मुलेठी का उपयोग ‘वात’ और ‘पित्त’ दोषों को संतुलित करने में महत्वपूर्ण है। इसके शीतल और मधुर गुण सूजन और जलन को कम करते हैं, जिससे इसका इस्तेमाल एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सिडेंट के रूप में होता है। आधुनिक शोधों ने भी मुलेठी के इन गुणों को पुष्टि की है, जिसके कारण यह आयुर्वेद से लेकर आधुनिक हर्बल थेरेपी तक में अपनी खास जगह बनाए हुए है।

देश के अलग-अलग प्रांत में मुलेठी को किस नाम से जाना जाता है?

मुलेठी (Mulethi)  in Marathi: जेष्ठमध (Jeshtamadh)
मुलेठी (Mulethi) in English: Licorice
मुलेठी(Mulethi) in Tamil: அதிமதுரம் (Athimadhuram)
मुलेठी(Mulethi) in Gujarati: જેઠીમધ (Jethimadh)
मुलेठी(Mulethi)in Telugu: యష్టిమధుకం (Yashtimadhukam)
मुलेठी(Mulethi) in Kannada: ಅತಿಮಧುರ (Atimadhura)
मुलेठी(Mulethi) in Bengali: যষ্টিমধু (Jashtimadhu)
मुलेठी(Mulethi)in Malayalam: ഇരട്ടിമധുരം (Irattimadhuram)
मुलेठी(Mulethi)in Odia: ଯଷ୍ଟିମଧୁ (Jashtimadhu)

मुलेठी का पौधा कैसा होता है | Mulethi tree

मुलेठी के पौधे के विभिन्न भागों का विवरण इस प्रकार है:

मुलेठी की जड़: मुलेठी की जड़ें लंबीऔर लकड़ी जैसी होती हैं।  इनका उपयोग मुख्यतः औषधीय प्रयोजनों के लिए किया जाता है।

मुलेठी के पत्ते: मुलेठी के पत्ते चौड़े और संयुक्त होते हैं, जिसमें 7 से 15 सेंटीमीटर लंबी पत्तियों की एक श्रृंखला होती है। प्रत्येक पत्ते में 9 से 17 छोटे पत्तियों के छोटे समूह होते हैं।

मुलेठी का फूल: मुलेठी के फूल छोटे होते हैं और इनका रंग गुलाबी या बैंगनी होता है। ये फूल आमतौर पर गर्मी के मौसम में खिलते हैं।

मुलेठी का फल: मुलेठी के फल छोटे, फली जैसे होते हैं, जिनमें कई बीज होते हैं।

मुलेठी के बीज: इसके फलों में पाए जाते हैं। ये बीज आमतौर पर ब्राउन या खाकी रंग के होते हैं। मुलेठी के बीजों का उपयोग नए पौधे उगाने के लिए किया जाता है।

मुलेठी की खेती | Mulethi ki kheti

मुलेठी की खेती मुख्यतः दक्षिण एशिया और मध्य पूर्वी यूरोप के क्षेत्रों में होती है, लेकिन अब इसे दुनिया भर में उगाया जा रहा है। भारत में, मुलेठी विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, और गुजरात  राज्यों में उगाई जाती है। 

मुलेठी के फायदे | Mulethi benefits | Jeshthamadh Powder Benefits

मुलेठी के फायदे, मुलेठी पाउडर के फायदे, और मुलेठी चूर्ण के फायदे एक समान होते हैं, आइये मुलेठी खाने के फायदे (mulethi ke fayde)के बारे में विस्तार से जानते है-

1)  मुलेठी के फायदे पेट के लिए | Benefits of licorice for stomach

मुलेठी आपके पाचन को मजबूत करने में सहायक है, क्योंकि इसमें ‘ग्लाइसीरेटिनिक एसिड’ नामक पोषक तत्व होता है। यह पोषक तत्व पेट की जलन और गैस को कम करता है, और आपकी आंतों की सुचारु बनाए रखता है।

2) श्वास प्रणाली में  सुधार | Improve respiratory system

मुलेठी के सेवन से सर्दी-जुकाम या खांसी में आराम मिलता है, क्योंकि इसमें मौजूद फ्लावोनॉयड्स में प्राकृतिक जीवाणु-रोधी गुण होते हैं। ये गुण गले की खराश और श्वास संबंधी जलन को कम करते हैं, जिससे सर्दी-जुकाम और खांसी में विशेष रूप से आराम मिलता है।

3) जोड़ों के दर्द में राहत | Mulethi ke fayde in Joint pain 

Joint Pain

मुलेठी से जोड़ों के दर्द का इलाज होता है क्योंकि इसमें ग्लाइसीराइज़िन और फ्लावोनॉयड्स जैसे एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन कम करने वाले) यौगिक होते हैं, जो जोड़ों में सूजन और दर्द को कम कर सकते हैं। यह गठिया और अन्य संबंधित समस्याओं में भी लाभदायक हो सकता है।

4) स्त्री रोगों का इलाज मुलेठी | Benefits for female

मुलेठी पाउडर का सेवन महिलाओं में एस्ट्रोजन हॉर्मोन के स्तर को संतुलित करने में मदद करता है। इसके अलावा, यह मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं में राहत प्रदान करती है और मेनोपॉज के लक्षणों को भी कम करने में सहायक होती है।

5)  वजन घटाने में मदद |  Weight loss

मुलेठी में मौजूद सपोनिन्स शरीर में वसा के जमाव को रोकता हैं इसके अतिरिक्त, यह मेटाबोलिज़्म की गति को तेज करके शरीर को अधिक कैलोरी जलाने में मदद करता है, जिससे चर्बी का स्तर कम हो जाता है।

6) रोग प्रतिरोधक क्षमता | Immune system

Immune sudharak

मुलेठी में भरपूर एंटीऑक्सिडेंट और जीवाणु-रोधी गुण होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में सहायक होते हैं। यह शरीर के इम्यून सिस्टम को सक्रिय करता है और विभिन्न संक्रमणों से लड़ने में शरीर की क्षमता को बढ़ाता है। इस तरह, मुलेठी का सेवन हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को बल प्रदान करता है और हमें अधिक स्वस्थ और प्रतिरोधी बनाता है।

7) लिवर की सुरक्षा | Liver protection

मुलेठी पाउडर के सेवन से लिवर को काफी फायदा होता है क्योंकि मुलेठी में हेपाटोप्रोटेक्टिव यानी लिवर की सुरक्षा करने वाले गुण पाए जाते हैं। ये गुण लिवर को विषैले पदार्थों और टॉक्सिन्स से बचाते हैं, जिससे लिवर की सेहत बनी रहती है। मुलेठी पाउडर लिवर में सूजन और क्षति को कम करने के साथ-साथ इसकी कार्यक्षमता और स्वास्थ्य को बढ़ाता है।

8) डायबिटीज में लाभकारी | Beneficial in diabetes

मुलेठी को डायबिटीज के रोग में उपयोगी माना जाता है और इसका इस्तेमाल शुगर के इलाज में किया जाता है, क्योंकि यह ब्लड शुगर को संतुलित रखने में मदद करती है।इसमें पाए जाने वाले गुण इंसुलिन के प्रभाव को मजबूत करते हैं और रक्त शर्करा को कंट्रोल रखते हैं। इसके सेवन से शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा मिलती है, जो डायबिटीज के रोगियों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है। फिर भी, इसे खाने से पहले चिकित्सकीय सलाह लेना आवश्यक है।

9) पुरुषो की प्रजनन क्षमता में वृद्धि | Mulethi benefits for male

Man

मुलेठी में मौजूद फिटोएस्ट्रोजन्स पुरुषों के शरीर में हार्मोनल संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं, खासकर टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को संतुलित करने में। इसके अलावा, इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट गुण शुक्राणुओं की गुणवत्ता और स्वास्थ्य को सुधारते हैं। इस तरह, मुलेठी का सेवन करने से पुरुषों की प्रजनन क्षमता में वृद्धि होती है और वीर्य की गुणवत्ता में भी बेहतरी आती है।

10) मस्तिष्क के लिए उपयोगी | Useful for the brain

मुलेठी में सैलिसालिक एसिड होता है, जो मस्तिष्क की सूजन को रोकने में मदद करता है। इसके साथ ही, ट्राइटर्पेनोयड्स और ग्लाब्रिडिन जैसे यौगिक मस्तिष्क संबंधित रोगों से सुरक्षा प्रदान करते हैं। मुलेठी के उपयोग से दिमाग की कार्यक्षमता,  याददाश्त और एकाग्रता भी बढ़ती है इसमें मौजूद न्यूरोप्रोटेक्टिव गुण मानसिक तनाव और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से होने वाले नुकसान से बचाते हैं।

11) कैंसरों से बचाव | Prevention of cancers

विभिन्न अध्ययनों से पता चलता है कि मुलेठी में ट्यूमर की बढ़ोतरी और उसके प्रसार को रोकने की क्षमता होती है। इसमें जीवाणु-नाशक गुण मौजूद होते हैं, जो डीएनए की सुरक्षा करते हैं और इस तरह कैंसर के जोखिम को कम करते हैं।

ध्यान रहे कि मुलेठी का उपयोग कैंसर के इलाज के तौर पर नहीं, बल्कि केवल एक सहायक उपाय के रूप में ही किया जाना चाहिए। इसलिए यह सलाह दी जाती है कि इस उपाय के साथ डॉक्टरी इलाज कराना भी अनिवार्य है।

12) आंखों के लिए  | For the eyes

eyes

मुलेठी आंखों की लालिमा, जलन तथा संक्रमण में आराम पहुंचाती है। इसमें शामिल एंटी-इन्फ्लेमेटरी और शीतलक गुण आंखों को सुरक्षित रखने में सहायक होते हैं और दृष्टि को भी बेहतर बना सकते हैं।

13) मुलेठी पाउडर के फायदे for hair |  Mulethi powder benefits for hair

मुलेठी में मौजूद हाइड्रो-अल्कोहलिक अर्क बालों की रूसी को कम करता है और बालों की जड़ों को मजबूत बनाता है। यह बालों के झड़ने की समस्या में भी राहत पहुंचाता है और बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देता है। मुलेठी पाउडर को बालों के तेल में मिलाकर या हेयर मास्क के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे बाल स्वस्थ और चमकदार बनते हैं।

14) मुलेठी पाउडर के फायदे for skin | Mulethi powder benefits for skin

लिक्विरेटिन, जो मुलेठी में पाया जाता है, त्वचा के डार्क स्पॉट्स और गहरे निशानों को हल्का करने में बहुत उपयोगी है। इसके उपयोग से त्वचा की रंगत में सुधार होता है और यह त्वचा को स्वस्थ व मुलायम बनाने में भी सहायक होता है।

मुलेठी का फेस पैक कैसे बनाएं

मुलेठी का फेस पैक बनाने के लिए आपको निम्नलिखित सामग्री और मात्रा की आवश्यकता होगी:

  1. मुलेठी पाउडर: 1 चम्मच
  2. दही या गुलाबजल: 2 चम्मच
  3. शहद (वैकल्पिक): 1 चम्मच

बनाने की विधि:

  1. एक छोटी कटोरी में मुलेठी पाउडर और दही या गुलाबजल को एक साथ मिलाएं।
  2. इसमें शहद मिलाएं अगर आप इस्तेमाल करना चाहते हैं।
  3. इन सभी को अच्छे से मिलाकर एक समान पेस्ट बना लें।
  4. इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं और लगभग 15-20 मिनट तक छोड़ दें।
  5. उसके बाद चेहरे को ठंडे पानी से धो लें।

15) मुँह और दांतों के लिए | Mulethi powder benefits teeth and gums

teeth

मुलेठी के एंटी बैक्टीरियल गुण दांतों के दर्द में आराम दिलाती है, मुँह के छालों और बदबू में राहत प्रदान करती है, इसका उपयोग मुंह की साफ-सफाई में किया जा सकता है, जिससे दांत मजबूत रहते हैं आपको मुलेठी के फायदे  बाजार में उपलब्ध मुलेठी युक्त टूथपेस्ट में भी मिल सकते है।

16) थायराइड में मुलेठी | Mulethi powder thoyrid

कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि मुलेठी, में शोध-विरोधी गुण होते हैं, जिससे थायराइड ग्रंथि में सूजन को कम किया जा सकता है।, एड्रेनल ग्लैंड्स को समर्थन करती है, और हार्मोनल असंतुलन में मदद कर सकती है।

17) खांसी में मुलेठी का उपयोग | Mulethi benefits for cough

मुलेठी में मौजूद पोषक तत्व जैसे कि ग्लाइसीराइज़िन, फ्लेवोनॉयड्स, फिटोएस्ट्रोजेंस, और एंटीऑक्सिडेंट इसे गले की समस्याओं में बेहद लाभकारी बनाते हैं। ये तत्व खांसी और गले की खराश में राहत प्रदान करने के साथ-साथ बैक्टीरियल संक्रमण से लड़ने में भी सहायक होते हैं।

खांसी में मुलेठी का प्रयोग कैसे करें?

मुलेठी का काढ़ा बनाने के लिए,

एक पैन में मुलेठी की जड़ें या पाउडर और पानी डालकर इसे धीमी आंच पर 10-15 मिनट तक उबालें। इसके बाद इसे छानकर गरम-गरम पीएं। यह काढ़ा खांसी, गले की खराश, और पाचन संबंधी समस्याओं के लिए उपयोगी है।

 मुलेठी की चाय बनाने के लिए | Mulethi tea

आप एक कप पानी में मुलेठी पाउडर डालकर उसे कुछ मिनट तक उबालें, फिर इसे छान लें और चाय की तरह पिएं। इस चाय में शहद या नींबू मिलाने से स्वाद और स्वास्थ्य लाभ बढ़ जाते हैं। मुलेठी की चाय शरीर को शांत करने, सर्दी-खांसी में राहत देने और मानसिक तनाव कम करने में मददगार होती है।

18) मुलेठी के फायदे अल्सर में | Mulethi for ulcer

मुलेठी के गुण पेट की अंदरूनी सतह की मरम्मत में सहायक हैं। यह म्यूकस का उत्पादन वृद्धि करती है, अल्सर को रोकने में मदद कर सकती है और हेलिकोबैक्टर पायलोरी जीवाणु को नष्ट करती है।

भोजन के बाद मुलेठी खाना | Eating liquorice after meal

भोजन के बाद मुलेठी खाना आपके पाचन तंत्र के लिए कई तरह से लाभकारी हो सकता है। यहाँ इसके कुछ महत्वपूर्ण फायदे दिए गए हैं:

भोजन के बाद मुलेठी खाने के लिए, आप मुलेठी की छोटी जड़ को चबा सकते हैं या मुलेठी पाउडर का एक छोटा चम्मच खा सकते हैं। यह आपके दैनिक आहार का एक स्वास्थ्यवर्धक और स्वादिष्ट माउथ फ्रेशनर बन सकता है।

मुलेठी और दूध के फायदे | Benefits of liquorice and milk

मुलेठी और दूध का एक साथ सेवन करने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं:

  1. अल्सर की परेशानियों को करे दूर: मुलेठी और दूध का मिश्रण पेट के अल्सर और अम्लता से राहत प्रदान करता है।
  2. बार-बार पेशाब की परेशानी से छुटकारा: यह मिश्रण मूत्र संबंधित समस्याओं में राहत दिलाता है और बार-बार पेशाब आने की समस्या को कम करता है।
  3. शरीर की कमजोरी से दिलाए छुटकारा: यह शरीर को पोषण देता है और कमजोरी को दूर करता है, जिससे शरीर में ऊर्जा की वृद्धि होती है।
  4. बढ़ाए ब्रेस्ट मिल्कस्तनपान कराने वाली महिलाओं में यह दूध की मात्रा बढ़ाने में सहायक हो सकता है।
  5. आंखों की रोशनी के लिए है फायदेमंद: मुलेठी और दूध का सेवन आंखों की सेहत के लिए भी लाभदायक होता है, यह आंखों की रोशनी को बेहतर बना सकता है।

मुलेठी और शहद खाने के फायदे | Benefits of liquorice and honey

मुलेठी और शहद को रोजाना खाने से शरीर की इम्यूनिटी यानी रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ती है। ये दोनों चीजें एंटीऑक्सिडेंट से भरी होती हैं, जो हमारे शरीर को मजबूत बनाती हैं। अगर आप हर दिन मुलेठी और शहद खाते हैं, तो इससे सर्दी-खांसी जैसी आम बीमारियों और दूसरे संक्रमणों से बचाव में मदद मिलती है।

अश्वगंधा मुलेठी अर्जुन की छाल के फायदे | Benefits of Ashwagandha Mulethi Arjuna chaal

अश्वगंधा, मुलेठी, और अर्जुन की छाल तीनों ही आयुर्वेदिक जड़ी बूटियाँ हैं और इनके अपने-अपने अनेक स्वास्थ्य लाभ हैं:

  1. अश्वगंधाअश्वगंधा एक बहुत ही प्रसिद्ध आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है, जिसे  यौनशक्ति, ऊर्जा बढ़ाने और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के गुणों के लिए जाना जाता है। यह मस्तिष्क की कार्यक्षमता में सुधार और नींद में सुधार लाने में भी मदद करता है।
  2. मुलेठी: मुलेठी पाचन तंत्र को मजबूत बनाने, गले की खराश और खांसी में राहत देने, और त्वचा की समस्याओं में लाभकारी होती है। यह हार्मोनल संतुलन में भी मदद करती है और तनाव कम करने में भी उपयोगी है।
  3. अर्जुन की छालअर्जुन की छाल का मुख्य उपयोग हृदय संबंधी समस्याओं के लिए होता है। यह हृदय की मजबूती, रक्तचाप को नियंत्रित करने और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित करने में मदद करती है। इसके अलावा, यह घावों को भरने और शरीर की अन्य आंतरिक चोटों में उपयोगी होती है।

इन तीनों जड़ी बूटियों का सही मात्रा में और सही तरीके से सेवन करने पर ये शरीर के कई स्वास्थ्य पहलुओं में लाभ पहुंचा सकते हैं।

मुलेठी का सेवन कैसे करे | Mulethi uses

मुलेठी का सेवन कई तरीकों से किया जा सकता है:

  1. मुलेठी की चाय: मुलेठी की जड़ को पानी में उबालकर इसकी चाय बनाई जा सकती है। इसे थोड़ा शहद के साथ मिलाकर पी सकते हैं।
  2. मुलेठी पाउडर: मुलेठी का पाउडर दही, जूस या स्मूदी में मिलाकर भी लिया जा सकता है।
  3. मुलेठी का काढ़ा: मुलेठी, तुलसी, अदरक और शहद को मिलाकर काढ़ा बनाकर पी सकते हैं।
  4. गरारे के लिए: मुलेठी के पाउडर को गरम पानी में मिलाकर गरारे करने से गले की खराश में राहत मिलती है।
  5. सूखी जड़ को सीधे चबाना : मुलेठी की जड़ को सीधे चबाकर भी खाया जा सकता है।

मात्रा:

आमतौर पर, वयस्कों के लिए मुलेठी की दैनिक सुरक्षित मात्रा लगभग 2 से 4 ग्राम होती है। हालांकि, विशिष्ट स्वास्थ्य स्थितियों या व्यक्तिगत सहनशीलता के आधार पर यह मात्रा भिन्न हो सकती है।

सेवन का समय:

मुलेठी का सेवन सुबह या शाम के समय किया जा सकता है। यदि आप मुलेठी का चाय या काढ़ा बना रहे हैं, तो इसे सुबह के समय पीना उपयोगी होता है। अगर आप इसे सूखी जड़ के रूप में चबा रहे हैं, तो दिन में किसी भी समय इसका सेवन किया जा सकता है।

मुलेठी के नुकसान | Mulethi side effects

हालांकि मुलेठी कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है, लेकिन इसके कुछ संभावित नुकसान भी हो सकते हैं, खासकर जब इसे अत्यधिक मात्रा में या लंबे समय तक लिया जाए:

  1. उच्च रक्तचाप: मुलेठी का अधिक सेवन करने से रक्तचाप बढ़ सकता है, इसलिए उच्च रक्तचाप वाले व्यक्तियों को इसके सेवन से बचना चाहिए।
  2. पोटेशियम की कमी: मुलेठी शरीर से पोटेशियम के उत्सर्जन को बढ़ा सकती है, जिससे पोटेशियम की कमी हो सकती है।
  3. हार्मोनल असंतुलन: मुलेठी का अधिक सेवन हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है, खासकर महिलाओं में।
  4. गर्भावस्था में नुकसानगर्भावस्था के दौरान मुलेठी का सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह गर्भावस्था के दौरान हानिकारक हो सकता है।
  5. ड्रग इंटरएक्शन:: मुलेठी कुछ दवाइयों के साथ प्रतिक्रिया कर सकती है, इसलिए दवाओं का सेवन करने वाले व्यक्तियों को इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

निष्कर्ष | Conclusion:

मुलेठी  के अनेक फायदे हैं जिससे हमारा शरीर और मन दोनों ही स्वस्थ रहते हैं। हालांकि, मुलेठी के इन लाभों को पाने के लिए इसके सेवन का सही तरीका महत्वपूर्ण है। इसे उचित मात्रा में और सही ढंग से लेना चाहिए, जैसे कि चाय, काढ़ा, पाउडर या जड़ के रूप में। अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए, और किसी भी स्वास्थ्य समस्या या शंका होने पर चिकित्सक से सलाह लेना उचित होता है।

इसका उपयोग करके हम अनेक रोगों और समस्याओं से बच सकते हैं। यदि आप भी इसके फायदों का लाभ उठाना चाहते हैं, तो अपने आहार में मुलेठी का समावेश करें और स्वस्थ रहें।

FAQs

मुलेठी किस रोग की दवा है?

मुलेठी गले के लिए तो बहुत लाभकारी है, इसके अलावा यह पाचन संबंधी समस्याओं, पेट की जलन, अल्सर के उपचार में भी मदद करती है।

मुलेठी की तासीर(taseer) कैसी होती है?

मुलेठी की तासीर ठंडी मानी जाती है।

मुलेठी का दूसरा नाम क्या है?

मुलेठी का दूसरा नाम यष्टिमधु ,मुलहठी  है।

मुलेठी का भाव क्या है?

मुलेठी की कीमत निर्भर करती है ब्रांड, प्रकार और उसकी गुणवत्ता पर। विभिन्न ब्रांड्स और प्रकार में विभिन्न मूल्य होते हैं। आपको अपने नजदीकी स्टोर या ऑनलाइन शॉपिंग साइट पर जाकर स्पेसिफिक कीमत देख सकते है।

मुलेठी का स्वाद कैसा होता है?

मुलेठी का स्वाद मीठा होता है। इसी कारण से इसे कैंडी(licorice candy) ,खांसी की गोलियों और अन्य आयुर्वेदिक प्रिपेयरेशन्स में उपयोग किया जाता है।

क्या हम रोज मुलेठी खा सकते हैं?

हां, मुलेठी को सीमित मात्रा में रोजाना खाया जा सकता है।

मुलेठी का पौधा कहां मिलता है?

मुलेठी के पौधे अक्सर नर्सरी और कृषि मेलों में मिल जाते हैं।

मुलेठी पाउडर क्या होता है?

मुलेठी पाउडर मुलेठी के पौधे की जड़ों से बनाया जाता है। इस प्रक्रिया में, मुलेठी की जड़ों (licorice root) को सुखाया जाता है और फिर उन्हें पीसकर बारीक पाउडर का रूप दिया जाता है।

मुलेठी पाउडर फॉर हेयर रिमूवल?

मुलेठी एक अद्वितीय जड़ है जिसे त्वचा की सुरक्षा में विशेष रूप से प्रयोग किया जाता है। इससे न केवल अवांछित बाल हटाए जा सकते हैं, बल्कि यह त्वचा के दाग-धब्बों को भी कम करने में सहायक है। 

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